संभल में हुई धार्मिक हिंसा मामले पर साथियों एक और बवंडर खड़ा हो गया है…जी हाँ बिल्कुल सही सुन रहें है आप…इस मामले पर अब तो यूपी में हैरान और चौका देनें वाले एक से बढ़कर एक बयान सामने आ रहें है…कही विपक्ष द्वरा …तो कही… कुछ मुस्लिम कट्ट्रपंथियों द्वरा एक से एक भड़काऊ बयान परोसे जा रहें है…. जिससे यूपी में माहौल और गर्म होता ही जा रहा है…आज इसी मामले पर हम आपको एक और बयान से रूबरू कराने जा रहें है….जो कुछ चुनिदा कट्टर पंथियों और विपक्ष के नेताओं में खलबली पैदा कर देगा….
संभल में मचे बवाल मामले पर हिन्दू संत समाज और कथा वाचकों की मामले में अब इंट्री हो गई है…क्योकि संभल मामले पर पहले से ही कुछ कट्टर मुस्लिम मौलानओं ने बवाल खड़ा किया था…और अभी भी कर ही रहें है…इसी बीच हिन्दू संत समाज और कथा वाचकों की इंट्री हो जाने और बयान आ जाने से कट्ट्रपंथियों में और मिर्ची लग गई है…इसलिए हिंसा मामले को लेकर सियासत गर्म हो गई है…
सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से अभी तक आई बयानबाजी के बाद…अब एक और बयानबाजी सामने आ गई है….प्रसिद्ध कथा वाचक देवकीनंदर ठाकुर ने संभल मामले पर खुलकर एक बयान दे दिया है कहा सँभल में जो कुछ हुआ उससे हम भविष्य की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि आने वाले दिनों में स्थिति क्या होगी. इसलिए हम सनातन बोर्ड की मांग करते हैं….
देवकीनंदन ठाकुर संभल हिंसा मामले पर यही नहीं रुके आगे और इन्होने कहा हमें मिटता हुआ भारत नहीं चाहिए बल्कि हम उभरते हुए भारत की कल्पना करते हैं और जो कुछ संभल में हुआ उससे हम भविष्य की कल्पना भी नहीं कर सकते कि आने वाले सालों में स्थिति क्या होगी. इसलिए हम सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं. और यही नहीं सनातन बोर्ड के साथ ही जनसंख्या नियंत्रण कानून भी देश में लागू होना चाहिए क्योंकि आज जो परिणाम हमें नजर आ रहे हैं भविष्य में उनके बारे में सोचना भी मुश्किल है. संभल हिंसा में पथराव हुआ, आगजनी हुई जबकि कोर्ट के आदेश पर टीम सर्वे के लिए पहुंची थी. जिस पर पथराव कर दिया गया और कई लोगों की जान चली गई. देवकीनंदन के एक-एक बयानों पर कट्ट्रपंथियों में मिर्ची लगती रही…पर अपने बयानों पर यही नहीं रुके कहा आज जो माहौल नजर आ रहा उसके चलते हम सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं ताकि हम अपने धर्म स्थलों की रक्षा कर सकें क्योंकि आज की स्थिति जो नजर आ रही है उसमें दिख रहा है कि कोर्ट के आदेश के बावजूद कितनी बड़ी हिंसा हो सकती है. प्रशासन पर पथराव होता है, इससे कल्पना नहीं कर सकते कि आने वाले सालों में स्थिति क्या होगी. इसीलिए हम सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं नहीं तो आने वाले समय में स्थिति क्या होगी. संभल में जो घटना हुई है वह उचित नहीं है और यही डर हम सनातनियों में है कि जब 2024 में कोर्ट के आदेश के बावजूद ये स्थिति है तो 2034 और 2044 में स्थिति क्या होगी? इसकी कल्पना करना मुश्किल है, देवकीनंदन ठाकुर के इन्ही सब बयानों पर सियासत में और भयंकर खलबली मच गई है फ़िलहाल आगे देखने वाली बात होगी…कि सनातन बोर्ड पर सरकार की क्या पहल होगी
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