बीएचयू कृषि विज्ञान संस्था के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव सृष्टि का बृहस्पतिवार से आगाज हुआ। इस दौरान कलाकारों ने मंच पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को यादगार बना दिया। नृत्य की प्रस्तुति पर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। वाद्ययंत्रों की सुमधुर तान ऐसी कलाकारों ने छेड़ी कि हर कोई गीत गुनगुनाने लगा। आकर्षक डिजाइन में रंगोली भी बनाई। अमर उजाला इस समारोह का मीडिया पार्टनर है।
शताब्दी कृषि सभागार को अंदर से बाहर तक रंग बिरंगे कागजों से लेकर बत्तियों से आकर्षक सजावट भी की गई थी। इसमें युवा कलाकारों का उत्साह देखने लायक था। पहले दिन नाटक द हिडेन डेविल्स से आंतरिक संघर्षों पर प्रकाश डाला। इसके अलावा वाद विवाद में प्रतिभागियों ने अलग-अलग विषयों पर पक्ष और विपक्ष में अपनी बातों से साहित्यिक प्रतिस्पर्धा दिखाई।
रंगोली प्रतियोगिता में आकर्षक डिजाइनों का प्रदर्शन किया। इस दौरान संस्थान के शिक्षकों ने इसकी सराहना की। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कविता रही, क्योंकि पक्षियों की आवाज की तरह ही कविता के शब्द जैसे ही सभागार में गूंजे, तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सभी ने कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।