ताजमहल में बृहस्पतिवार को तीन दिवसीय उर्स की व्यवस्थाओं के लिए बैठक की गई। इसमें बताया गया कि 26 जनवरी को उर्स के पहले दिन दोपहर 2 बजे तहखाने को खोला जाएगा। असली कब्रों पर गुस्ल फातिहा एवं दुआ की रस्म अदा की जाएगी। 27 जनवरी को दोपहर 2 बजे संदल की रस्म होगी एवं कव्वाली मुशायरा होगा।
28 जनवरी को कुरानख्वानी, क़ुल फातिहा एवं दुआ के बाद सतरंगी चादर चढ़ाई जाएगी। पूरे दिन चादरपोशी की जा सकेगी। पहली चादर उर्स कमेटी की होगी। सहायक पुरातत्वविद अलका सिंह, नीरज वर्मा, सीआईएसएफ कमांडेंट वैभव कुमार, संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी, तरुण शर्मा आदि मौजूद रहे।