परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के खजूरी में शनिवार शाम आईपीएल मैच के दौरान 13 वर्षीय सातवीं के छात्र ने दादा की लाइसेंसी बंदूक से गोली चला दी। साथ में मैच देख रहे डीफार्मा के छात्र मोहम्मद कैफ (18) की कनपटी पर गोली लगी और उसकी मौत हो गई। गोली चलने की आवाज सुनकर ग्रामीण आए तो आरोपी किशोर अपने घर के बाहर बेहोश पड़ा मिला। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की और किशोर को थाने ले आई। पुलिस पूछताछ कर जांच कर रही है।
खजूरी गांव निवासी मोहम्मद कैफ शनिवार रात पड़ोसियों के घर टीवी पर आईपीएल मैच देखने गया था। पड़ोसी मेरठ में रिश्तेदारी हो रही शादी में शामिल होने गए थे। घर में सिर्फ किशोर ही था। दोनों क्रिकेट मैच देख रहे थे। इसी दौरान किशोर अपने दादा की लाइसेंसी बंदूक उठा लाया।
बताया जा रहा है कि उसने मोहम्मद कैफ की तरफ निशाना साधा और बंदूक का ट्रिगर दबा दिया। बंदूक से निकली गोली मोहम्मद कैफ की कनपटी पर जा लगी। आसपास के लोग गोली की आवाज सुनकर आए तो आरोपी किशोर अपने घर के बाहर बेहोश पड़ा था। घर के अंदर कमरे में मोहम्मद कैफ का गोली लगा शव पड़ा था। मौके पर काफी भीड़ एकत्र हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी।
पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। शव पोस्टमार्टम भेजने के बाद कमरा सील कर दिया। लाइसेंसी बंदूक भी पुलिस ने कब्जे में ले ली। किशोर के होश में आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। किशोर के परिजन भी घटना की जानकारी मिलने पर शादी समारोह बीच में छोड़कर गांव लौट आए। एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि खेल-खेल में किशोर से गोली चली है। उससे पूछताछ की जा रही है। बंदूक भी कब्जे में ले ली गई है। परिजनों की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी।
पांच भाई-बहन में सबसे छोटा था कैफ
कैफ के पिता किसान हैं। वह पांच भाई-बहन में सबसे छोटा था। परीक्षितगढ़ के सरस्वती इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट पास करने के बाद वह किठौर क्षेत्र के शौल्दा गांव स्थित बालाजी कॉलेज से डीफार्मा का कोर्स कर रहा था। कैफ को क्रिकेट का काफी शौक था। ग्रामीणों के मुताबिक वह काफी अच्छा ऑलराउंडर था। आसपास के गांवों और कस्बों में भी मैच खेलने जाता था। कैफ की मौत के बाद उसकी मां नईम, पिता जलीस और भाई शाहबाज, सलमान व बहन फरहा, सानिया समेत समेत अन्य परिजनों का रोते हुए बुरा हाल हो गया। आरोपी किशोर भी क्रिकेट का शौकीन है। इसीलिए वह परिजनों से साथ रिश्तेदारी में हो रही शादी में नहीं गया।
लाइसेंस निरस्तीकरण की भेजी जाएगी रिपोर्ट
लाइसेंसी बंदूक किशोर के दादा के नाम है। घर में इस तरह बच्चे की पहुंच में बंदूक रखना लापरवाही की श्रेणी में आता है। एसपी देहात ने बताया कि बंदूक का लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी जा रही है। इस तरह लोडेड हथियार बच्चों की पहुंच में नहीं रखने चाहिए। इससे कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है।