बरेली की शालिनी अरोरा ने अपने पालतू बकरे हीरा की चोरी के बाद जिलेभर में कार से चक्कर काटकर पशु तस्करों के पसीने छुड़ा दिए। पांच दिन बाद उन्हें बारादरी थाने के बाहर बकरा इस शर्त पर मिल गया कि वह कोई कार्रवाई नहीं करेंगी।
मुंशी नगर निवासी शालिनी अरोरा रिठौरा के पास अपना पशु सेवा आश्रम संचालित करती हैं। आश्रम में निराश्रित पशुओं की देखभाल की जाती है। शालिनी ने बताया कि दो साल पहले उनके यहां रेस्क्यू करके लाई गई बकरी ने बच्चा जना था। करीब डेढ़ साल का यह बकरा (हीरा) शुक्रवार को आश्रम के बाहर घूम रहा था। तभी बाइक सवार दो युवक उसे चुरा ले गए। इस पर शालिनी ने अपनी कार निकाली। तौहीद व अन्य सदस्यों को साथ लिया। इन लोगों ने जिले के किसी कस्बे की बाजार नहीं छोड़ी। हर जगह बकरे की तलाश की। बकरे की तलाश में करीब 25 हजार रुपये खर्च कर दिए।
पुलिस से भी शिकायत की, पर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। लगातार पांच दिन तलाश के दौरान इन लोगों की एक पुलिसकर्मी से तकरार भी हुई। बुधवार शाम कुछ पशु कारोबारियों ने शालिनी से संपर्क किया कि आपका बकरा मिल जाए तो कार्रवाई मत करना। फिर बारादरी थाने के सामने बकरा मिल गया। शालिनी ने बताया कि बारादरी थाना प्रभारी ने उनसे गिरोह पकड़वाने में मदद करने के लिए कहा है।