पाकिस्तान और पीओके में भारतीय सेना ने 06-07 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान 9 आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक की गई। इस कार्रवाई में आतंकवादियों को बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं भारतीय सेना को ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान सबसे पहले सवाई नाला कैंप मुजफ्फराबाद जो PoJK के लाइन ऑफ कंट्रोल से 13 किलोमीटर दूर है। यह लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग सेंटर था। 20 अक्टूबर 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्टूबर 2024 को गुलमर्ग, 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम; इन हमलों के आतंकियों ने यहीं से ट्रेनिंग ली थी।
9 ठिकानों पर हुई स्ट्राइक
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए मासूम नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया गया था। इस कार्रवाई में 9 आतंकवादी शिविरों को टारगेट किया गया और पूरी तरह से इसे बर्बाद किया गया।” कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तान और PoJK में मुंदरिके और अन्य आतंकवादी शिविरों पर कई हमलों को दिखाते हुए वीडियो भी प्रस्तुत किया।
पहलगाम हमले का बदला
वहीं इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “22 अप्रैल 2025 को लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित पाकिस्तानी और पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया। इसमें 25 भारतीय नागरिकों और 1 नेपाली नागरिक की हत्या कर दी। उन्होंने लोगों को उनके परिवार के सदस्यों के सामने सिर में गोली मारी। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात पहुंचाया गया और उन्हें नसीहत दी गई कि वो वापस जाकर इस संदेश को पहुंचा दें। यह हमला स्पष्ट रूप से जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही सामान्य स्थिति को बाधित करने के उद्देश्य से किया गया था।”