बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए अधिवक्ता दीनू उपाध्याय को शनिवार को ढाई हजार पुलिसबल की सुरक्षा में जेल भेजा गया। इस दौरान समर्थन में आए साथी अधिवक्ताओं ने पुलिस कर्मियों को खुलेआम धमकी दी। बोले, कर लो जितना फर्जी कर सकते हो, याद रखना सब बाल बच्चेदार हो। दीनू को जेल भेजने से पहले कचहरी से जेल तक पुलिस, पीएसी, क्यूआरटी, आरएएफ ने रूट मार्च किया।
डीसीपी सेंट्रल की स्वाॅट टीम ने शुक्रवार रात बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या के मामले में साढ़े चार साल बाद अधिवक्ता दीनू उपाध्याय को गिरफ्तार किया। पुलिसकर्मी कोहना थाने में लिखा पढ़ी कर रहे थे, इसी बीच उसके समर्थक वहां एकत्रित हो गए। एहतियात के तौर पर अधिवक्ता हो वहां से हटा दिया। शुक्रवार देर रात करीब दो बजे दीनू को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर रिमांड लेने का प्रयास हुआ, लेकिन किसी कारणों से रात में पेश नहीं कर सके।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था को देखते हुए अधिवक्ता को पूरी रात अलग अलग थानों में रखा गया। शनिवार की सुबह 10 बजे फोर्स की मौजूदगी में दीनू उपाध्याय को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश कर उसे पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां से उसे पैदल जेल ले जाकर दाखिल कराया। इस दौरान दीनू के समर्थन में मौजूद अधिवक्ताओं ने पुलिस कर्मियों को खुलेआम धमकी दी। पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने उनकी बातों को नजरअंदाज किया।