अफगानिस्तान से भारत आने वाली किशमिश अब पहले के मुकाबले ज्यादा महंगी मिल रही है। सप्लाई रूट में बदलाव इसकी बड़ी वजह है। पहले यह किशमिश पाकिस्तान के रास्ते भारत पहुंचती थी, लेकिन हाल के सीमा विवाद और व्यापारिक रिश्तों के टूटने के बाद अब यह खेप दुबई के रास्ते आ रही है। इससे परिवहन लागत बढ़ गई है, जिसका सीधा असर कीमतों पर पड़ा है।
पहले जो किशमिश 320 रुपये प्रति किलो मिल रही थी, अब उसकी कीमत 400 से 420 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। सूखे मेवों के व्यापारी कमल अग्रवाल बताते हैं कि परिवहन रूट लंबा और महंगा हो जाने के कारण दामों में 80 से 100 रुपये तक का उछाल आया है।
अग्रवाल के अनुसार, अफगानिस्तान से सिर्फ किशमिश ही नहीं बल्कि बादाम, अंजीर, अखरोट, मुनक्का, पिस्ता और खुरमानी भी भारत आते हैं। रूट में बदलाव का असर इनकी कीमतों पर भी दिख सकता है।
नासिक में भी तैयार होती है किशमिश
घरेलू स्तर पर नासिक में भी किशमिश तैयार होती है, लेकिन उसका रंग पीला होता है, जबकि अफगानी किशमिश आमतौर पर काली होती है और कुछ खास किस्मों की मांग ज्यादा रहती है। यदि दुबई रूट से आयात लंबे समय तक चलता रहा, तो सूखे मेवों की कीमतों में और वृद्धि देखी जा सकती है।