आगरा के दयालबाग मार्ग पर शुक्रवार रात को ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से शीतगृह स्वामी की 16 वर्षीय बेटी सिदि्ध उर्फ नव्या की जान चली गई थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिस जगह घटना हुई, वहां सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। पुलिस को आशंका है कि तेज गति से ट्रैक्टर ट्राली के आने के दाैरान निर्माणाधीन सड़क पर स्कूटर गिरने की वजह से हादसा हुआ।
घटना शुक्रवार रात 1:30 बजे की है। गंगे गाैरी बाग, बल्केश्वर निवासी दिलीप अग्रवाल के हाथरस मार्ग पर शीतगृह हैं। बेटी सिदि्ध उर्फ नव्या अग्रवाल ने दसवीं की परीक्षा पास की थी। घटना वाले दिन वह स्कूटर से अपनी छोटी बहन के साथ घर की तरफ जा रही थीं। दयालबाग-पोइया घाट मार्ग पर श्रीराम फार्म हाउस के पास एक ट्रैक्टर ट्राली ने दोनों बहनों को चपेट में ले लिया। नव्या ट्रैक्टर की चपेट में आ गई। उसकी माैके पर ही जान चली गई।
राहगीर ने बुलाई थी पुलिस
घटना के बाद का वीडियो और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। वीडियो में एक युवक मृतका की छोटी बहन से बात कर रहा है। वह मदद मांग रही है। वह रोते हुए कह रही है कि ट्रैक्टर वाला कुचल गया। अपने पिता को फोन लगाने की कह रही है। राहगीर ने ही 112 पर काल करके बुलाया। पुलिस नव्या को अस्पताल ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
फार्म हाउस से आगे निकलते ही हादसा
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि घटनास्थल के पास मैरिज होम के बाहर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए। एक में नजर आया कि एक ट्रैक्टर पोइया घाट की तरफ से न्यू आगरा की तरफ जा रहा है। फार्म हाउस से आगे निकलते ही हादसा होता है। इसके बाद स्कूटर सवार दोनों बहन सड़क पर गिरी हुई नजर आ रही हैं। जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां पर दोनों तरफ सड़क का निर्माण चल रहा है। इसके लिए गिट्टी डाली गई हैं। मगर, कोई संकेतक नहीं लगाया गया है। तेजगति से आती ट्रैक्टर ट्राली की वजह से हादसा होता है। सड़क पर गिट्टी होने की वजह से दोनों बहनें गिरती हैं। एक सड़क से दूसरी तरफ गिरने की वजह से बच जाती है। परिजन जो भी तहरीर देंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। ट्रैक्टर ट्राली की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। उधर, घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पिता दिलीप और मां खुशबू के आंसू नहीं रुक रहे हैं।
सड़क निर्माण में सुरक्षा का भी रखा जाए ख्याल
वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन ने बताया कि अगर, कहीं सड़क निर्माण किया जाए तो सुरक्षा के भी इंतजाम होने चाहिए। संकेतक लगाए जाने चाहिए। मार्ग को रोका जाना चाहिए। बैरिकेडिंग की जानी चाहिए। निर्माण कार्य कराने वाली संस्था की ओर से एक कर्मचारी को भी तैनात किया जाए, जिससे लोगों को रास्ता दिखाया जा सके। रोशनी के भी उचित इंतजाम आवश्यक हैं। अगर, ऐसा कोई नहीं करता है तो लापरवाही है।