बिहार के मोतीहारी जिले की गीता (30) ने इंस्टाग्राम पर दोनों चचेरी बहनों से दोस्ती कर उन्हें बड़े-बड़े ख्वाब दिखाए थे। इसके झांसे में आकर कम पढ़ी-लिखी सब्जी की खेती करने वाली किशोरियों ने घर से बाहर कदम निकाला। दोनों किशोरियों ने बताया कि पूर्णिया जिले में जब उनकी बोली लगाकर बेचा गया तो उनकी आंखें खुल गई, लेकिन वे चीखने-चिल्लाने के सिवा कुछ और नहीं कर पाई।
दोनों ने मान लिया था कि अब नरक के दलदल से निकलना मुश्किल है। पुलिस के मुताबिक, झंगहा इलाके में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी इधर कुछ दिनों से अपने पटीदारी में खोराबार रह रही थी। यहां पर 15 वर्षीय उसकी चचेरी बहन से उसकी अच्छी दोस्ती थी। दोनों हमेशा साथ ही रहती थीं। किशोरियों ने पुलिस को बताया कि घरवालों को बिना बताए इंस्टाग्राम चलाते थे। इधर, दो माह से हर पोस्ट पर आरोपी गीता लाइक-कमेंट करती थी, धीरे-धीरे बातें करने लगी। शुरू में उसने पढ़ाई के बारे में पूछा, तो हम लोगों ने बताया कि कक्षा नौ तक पढ़े हैं और परिवार के साथ सब्जी की खेती करते हैं। तब उसने बताया कि कक्षा आठ तक पढ़े-लिखे लोग अच्छी नौकरी कर रहे हैं। तुम लोग मेरे पास आओ तुम्हारी जिंदगी बदल जाएगी। शुरू में 15 से 16 हजार रुपये तक की नौकरी तुरंत दिला दूंगी। इसके बाद सैलरी बढ़ती जाएगी। फिर अपने पैर पर खड़े होकर परिवार की भी मदद करने लायक हो जाओगी। किशोरियां उसकी बातों में फंस गई।माइंड वॉश कर गीता पति महेश के साथ 23 मई की सुबह गोरखपुर आई। दोपहर करीब 1:30 बजे दोनों किशोरियां घर से बिना बताए निकलकर रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां पहले से मौजूद गीता और महेश दोनों किशोरियों को लेकर बिहार के पूर्णिया चले गए।पहले दिन खाना खिलाकर दोनों किशोरियों को आराम कराया गया। अगले दिन पूर्णिया जिले में ले जाकर एक आर्केस्ट्रा संचालक से 1.50 लाख रुपये में सौदा कर किशोरियों को बेच दिया।
गांव का एक युवक बेटी से बात करता है, उसने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर दोनों किशोरियों का अपहरण किया है। आरोपी युवक से बेटियों के बारे में पूछा तो वह धमकी देकर भगा दिया।