शाहजहांपुर में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर रोजा थाना क्षेत्र के जमुका गांव के पास सोमवार सुबह हुए हादसे के बाद लोग मदद के लिए आगे नहीं बढ़े। पीछे दूसरे वाहन से आ रहे परिजनों ने बताया कि उन्होंने खुद सरिया से कार की खिड़की तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। अपनी गाड़ी से अस्पताल के लिए चले तो एक युवक ने रास्ता बताने के नाम पर 500 रुपये ले लिए।
सुबह करीब छह बजे ट्रक में कार टकराने से गोरखपुर के बेलीपार थाने के मलांव निवासी कारोबारी शिवम पांडेय, उनके दो वर्षीय बेटे माधवन और खोराबार थाना क्षेत्र के मालवीय नगर निवासी बहन श्वेता द्विवेदी की मौत हो गई। तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। परिजनों के अनुसार, राहगीरों ने उनकी कोई मदद नहीं की। पोस्टमॉर्टम हाउस पर मिले शिवम के रिश्तेदार अमृतेश ने बताया कि हादसे के बाद कुछ समझ नहीं आ रहा था।
हादसे में कार के परखच्चे उड़े –
अमृतेश ने बताया कि कोई उनकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा था। सरिया से खिड़की को तोड़कर घायल परिवार के लोगों को बाहर निकाला। अपनी ही गाड़ी से अस्पताल के लिए लेकर चल दिया। लोगों से रास्ता पूछा तो हर कोई कह देता कि सीधे चले जाओ। बहुत तकलीफ हुई जब एक युवक को रास्ता बताने के लिए 500 रुपये देने पड़े।
हादसे के बाद रोता कार चालक –
हादसे की वजह नहीं बता सका चालक अंगद, बस फूट-फूटकर रोता रहा
राजकीय मेडिकल कॉलेज में शिवम पांडेय के चालक अंगद का रो-रोकर हाल बेहाल था। वह कभी मोर्चरी पर जाता तो कभी जमीन पर बैठकर रोने लगता। गोरखपुर से आए लोगों ने उसे संभालने की कोशिश की, लेकिन उसकी आंख के आंसू नहीं थम रहे। उसके मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि शिवम राजा जैसे थे। उनके साथ परिवार की तरह रहता था। यह सब कैसे हो गया, कुछ पता ही नहीं चला। कार की स्पीड भी ज्यादा नहीं थी। स्पीड करीब 60-70 रही होगी।
मृतक शिवम पांडेय की फाइल फोटो, घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त कार व ट्रक
गोरखपुर के बड़े कारोबारी थे शिवम पांडेय
शिवम पांडेय गोरखपुर के बड़े बिजनेसमैन थे। उनकी फैक्टरी है। कई अन्य काम चलते हैं। गोरखपुर से शाहजहांपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे परिजन शवों को देख बिलख पड़े। पैर लड़खड़ाए तो साथ में आए लोगों ने संभाला। पोस्टमाॅर्टम के बाद पुलिस ने तीनों शवों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अमृतेश ने बताया कि वे लोग रविवार रात करीब नौ बजे घर से निकले थे। हर दो-तीन घंटे बाद गाड़ी रुकवाकर चाय पीते हुए सफर कर रहे थे। उन्होंने बताया कि दुर्घटना से करीब दस मिनट पहले ही उचौलिया में गाड़ी रुकवाकर सभी ने चाय पी थी। उनकी गाड़ी शिवम की गाड़ी से करीब 500 मीटर पीछे चल रही थी।
क्षतिग्रस्त कार
चालक को झपकी आने से हादसे की आशंका
रोजा थाना पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की है। ट्रक रोड के किनारे खड़ा था। माना जा रहा है कि चालक को झपकी आने से हादसा हुआ है, लेकिन अभी चालक कुछ बोल नहीं रहा है। वह एक ही बात कह रहा, पता नहीं यह सब कैसे हो गया। अधिक बात करने पर रो पड़ता है। हादसा इतना भीषण था कि होंडा सिटी कार ट्रक से टकराने के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं शालिनी की हालत गंभीर है, वह कोमा में हैं।