बरेली में बंदरों के हमले से बचने के लिए भागे कालीबाड़ी निवासी जगदीश (62) अपने ही मकान की दूसरी मंजिल की छत से नीचे गिर गए। घायल अवस्था में परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए। वहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जगदीश के मकान की दूसरी मंजिल की छत पर मंगलवार को कपड़े फैले हुए थे। उनकी पत्नी उठाने गईं तो बंदर हमलावर हो गए। शोर सुनकर जगदीश बचाने पहुंचे तो बंदरों का झुंड करीब आ गया। उन्होंने बंदरों को भगाया तो उनमें से एक का पैर रेलिंग में फंस गया।
जगदीश उसे बचाने के लिए आगे बढ़े तो दूसरे बंदर उन पर हमलावर हो गए। घबराहट में वह रेलिंग से नीचे गली में गिरकर घायल हो गए। परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
जगदीश प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने का काम करते थे। उनकी मौत के बाद पुत्र अमन और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। मोहल्ले वालों ने नगर निगम के बंदर पकड़ो अभियान पर सवाल किया। बोले- अगर बंदर पकड़े गए होते तो यह हादसा न होता। मोहल्ले में बंदरों का आतंक है। पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।