बरेली में मुकदमा और दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद हैदरी दल के कार्यकर्ता सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर वे लगातार जहर उगल रहे हैं। दल के बरेली वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा गया है कि अभी तो हमारी सिर्फ पहचान बनी है। नाम तो ऐसा करेंगे की पूरी दुनिया में गूंजेगा।
हैदरी दल वालों ने बकरीद के दिन अपने ही समुदाय की लड़कियों को जबरन रोककर उनके वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए थे। तब कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शहबाज रजा और समीर रजा को जेल भिजवाया था। अब वीडियो में दिख रहे फरीदपुर व पूरनपुर के दो और मौलाना की तलाश की जा रही है।
वहीं सोशल मीडिया पर खुराफात जारी है। अब बिहार का वीडियो डालकर भड़काऊ टिप्पणी की गई है। हैदरी दल के इंस्टाग्राम पेज पर फर्जी पोस्ट डालकर अपने समाज की युवती को धमकाने की कोशिश की गई। एक पोस्ट में लिखा गया है कि बरेली में एक युवती की मौत के बाद उसकी जनाजे की नमाज नहीं पढ़ी गई। बताया जा रहा है कि उस युवती ने दूसरे समुदाय के युवक से शादी की थी। पोस्ट में लिखा है कि तौबा करें और सुधर जाएं।
फुल सपोर्ट है, कुछ नहीं होगा
हैदरी दल यूपी 25 बरेली के इंस्टाग्राम पेज पर युवाओं को समझाने की जगह उन्हें कानून हाथ में लेने की सीख दी जा रही है। पेज पर एक चैनल का वीडियो एडिट कर उसमें एक धर्मस्थल का नाम लिखा गया है कि फुल सपोर्ट है, कुछ नहीं होगा। डरने की कोई बात नहीं है, चाहें कुछ भी हो जाए।
हैदरी दल के पीछे कौन लोग हैं, इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस हो रही है। हैदरी दल में जुड़ने के लिए युवाओं को उकसाया जा रहा है। चर्चा है कि बरेली में कार्रवाई के बाद अन्य जिलों में भी पुलिस इस संगठन के बारे में डाटा जुटा रही है। संगठन से जुड़े कट्टरपंथियों पर शिकंजा कस सकता है।
मौलाना ने सीओ का वीडियो किया अपलोड
सोमवार को हैदरी दल बरेली यूपी नाम से बनाए अकाउंट पर शोएब रजा कादरी ने सीओ का फोटो लगाकर केस निपटने की सूचना वायरल की थी। अब बहेड़ी क्षेत्र के मौलाना खान ने अपने फेसबुक अकाउंट पर सीओ का वीडियो चलाया और किसी अन्य स्थान का वीडियो एडिट कर पुलिस प्रशासन से सवाल करने की कोशिश की। हालांकि, मौलाना ने खुद कहा कि हैदरी दल द्वारा लड़कियों के वीडियो अपलोड करना गलत है। दल ने गाजा के वीडियो क्यों अपलोड किए, इस पर मौलाना ने कुछ नहीं कहा।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हैदरी दल मामले में भी जो आरोपी वांछित हैं, उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। सोशल मीडिया अकाउंट की भी निगरानी की जा रही है।